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जीएनआईओटी में प्रोजेक्ट टाइटन्स–2025 का आयोजन।

ग्रेटर नोएडा/फेस वार्ता: जीएनआईओटी में प्रोजेक्ट टाइटन्स–2025 का आयोजन, छात्रों ने पेश किए नवाचारपूर्ण प्रोटोटाइप ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (GNIOT) के इनक्यूबेशन सेंटर में “प्रोजेक्ट टाइटन्स – 2025” नामक एक तकनीकी कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम GNIOT के Institution Innovation Council (IIC) द्वारा आयोजित किया गया था। इसका उद्देश्य छात्रों को अपने नवाचार (Innovation) और तकनीकी कौशल (Technical Skills) को प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करना था।
इस पूरे आयोजन में बी.टेक और डीसीए के छात्रों ने अपने–अपने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर प्रोटोटाइप (मॉडल, तकनीकी समाधान, नई प्रणालियाँ) प्रस्तुत किए। ये सभी प्रोटोटाइप विद्यार्थियों की रचनात्मक सोच, शोध क्षमता और वास्तविक जीवन की समस्याओं के समाधान की उनकी समझ को दर्शाते थे।
सॉफ्टवेयर श्रेणी में पहला पुरस्कार “Meet Mate AI – CS-DS” परियोजना को दिया गया। यह प्रोजेक्ट प्रगति आर्या एवं उनकी टीम द्वारा बनाया गया था। यह मॉडल संभवतः किसी दैनिक समस्या को हल करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित समाधान प्रदान करता होगा।दूसरा पुरस्कार “She Safe” नामक परियोजना को मिला, जो एक जियोस्पेशियल रिस्क डिटेक्शन एवं वार्निंग सिस्टम है। इससे महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान और चेतावनी प्रदान करने की क्षमता विकसित की गई है।तीसरा पुरस्कार ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित एक मॉडल को दिया गया, जो Decentralised Identity Management System बनाता है—यह IoT नेटवर्क में सुरक्षित एक्सेस कंट्रोल सुनिश्चित करने में मदद करता है।
हार्डवेयर श्रेणी में विजेता:हार्डवेयर श्रेणी का पहला पुरस्कार Smart Energy Meter with IoT Billing को मिला। इससे बिजली उपयोग को रियल टाइम में मॉनिटर करना और बिलिंग को स्वचालित करना संभव होता है।दूसरा पुरस्कार Waste Water Purification System को मिला, जो गंदे पानी को साफ करने की तकनीक पर आधारित है। यह CE विभाग के छात्रों का मॉडल था।तीसरा पुरस्कार Fire Fighting Robot परियोजना को मिला। यह रोबोट आग बुझाने में मदद करता है और सुरक्षित दूरी से खतरे को नियंत्रित करता है। इसे मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने बनाया था।पुरस्कार वितरण और विशिष्ट अतिथि-कार्यक्रम के दौरान, सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रो. (डॉ.) धीरज गुप्ता, निदेशक—GNIOT द्वारा प्रदान किए गए। उन्होंने विद्यार्थियों की मेहनत, रचनात्मकता और तकनीकी सोच की प्रशंसा की तथा उन्हें भविष्य में और भी बड़े विचारों पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
निर्णायक मंडल में बाहरी और आंतरिक विशेषज्ञ शामिल थे। इनमें IBM के डॉ. अजय कुमार और CureXpress 24 Health Solution के श्री पवन तिवारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। विभिन्न विभागों के छात्रों की उत्साही भागीदारी, तकनीकी, औद्योगिक और सामाजिक समस्याओं पर आधारित नवाचारी मॉडल, सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन हेतु प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, इस आयोजन ने GNIOT के छात्रों को नवाचार का एक सशक्त मंच प्रदान किया। प्रोजेक्ट टाइटन्स–2025 के माध्यम से संस्था ने छात्रों को तकनीकी अनुसंधान, मॉडल निर्माण और समस्या समाधान की दिशा में नए अवसर प्रदान किए। छात्रों के उत्साह, कौशल और मेहनत ने आयोजन को एक बड़ी सफलता बनाई।

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