गौतमबुद्धनगर नोएडा/ फेस वार्ता:उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद ने शक्ति सदन गेस्ट हाउस, सेक्टर-38, नोएडा में जिला स्तरीय अधिकारियों, लीड बैंक प्रबंधक तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और मत्स्यपालन क्षेत्र में रोजगार सृजन की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं एवं कार्यक्रमों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जाए, ताकि मत्स्यपालन से जुड़े लाभार्थियों को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि मत्स्यपालन क्षेत्र ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, इसलिए सभी अधिकारी समन्वय स्थापित करते हुए किसानों, मत्स्यपालकों एवं उद्यमियों को योजनाओं से जोड़ने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करें। बैठक में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य योजना, नील क्रांति मिशन, निशाद राज योजना तथा प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। माननीय मंत्री ने निर्देश दिया कि पात्र लाभार्थियों का चयन पूर्ण पारदर्शिता के साथ किया जाए तथा उन्हें समय पर योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने सिंचाई विभाग को मत्स्यपालन के अनुकूल जलाशयों एवं तालाबों के पुनरुद्धार के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही लीड बैंक प्रबंधक को लाभार्थियों को ऋण उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को सरल और त्वरित बनाने का निर्देश दिया। विभागीय अधिकारियों द्वारा बैठक में बताया गया कि मत्स्य पालक कल्याण कोष के अंतर्गत मत्स्यपालकों को चिकित्सा सहायता, शिक्षा सहायता, बीमा सहायता, प्रशिक्षण तथा किसान क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत अब तक 8 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है, जबकि निशाद राज योजना में 2 लाभार्थियों को लाभ प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री मत्स्य संवीदा योजना के अंतर्गत अब तक 15 लाभार्थियों को तथा प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना के अंतर्गत 242 लाभार्थियों को लाभ प्रदान किया जा चुका है। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मत्स्यपालन क्षेत्र को आत्मनिर्भर भारत अभियान का सशक्त स्तंभ बनाने के लिए सतत प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मत्स्यपालकों को तकनीकी सहायता, वित्तीय सहयोग एवं विपणन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बन सकें आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 शिवाकांत द्विवेदी, मुख्य मत्स्य अधिकारी आशीष मौर्य, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के उपरांत माननीय मंत्री जी ने मीडिया बंधुओं से भी संवाद किया और सरकार की प्राथमिकताओं की जानकारी साझा की।
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